Roza Rakhne Ke Niyat Hindi Mein
रोजा रखने की नियत हिंदी तर्जुमा के साथ
Wa bisoume gadin nwaitu min sahrin Ramadan.
- वबिसौमि गदिन नवैतू मिन सहरि रमजान
- तर्जुमा: मैं रमजान के इस रोजे की नियत करता हूं
- Allahumma inni laka sumtu wa bika aamantu wa alaika tawakkaltu wa aala rizqika aftartu.
- अल्लाहुम्मा इन्नी लका सुम्तो व बिका आमंतो व अलैका तवकल्तो व आला रिज्क का अफ्तरतो.
- तर्जुमा: या इलाही मैं तेरे रजा और कुसनूदी के लिए रोजा रखा है और तेरे हलाल दिए रिज्क से अख्तियार किया है।
रमजान का चाँद देखने की दुआ
- Allah humma aa hilla hu alayna bil yumni wal emmaani was salamati wal islami rabbi wa rabbo kallah.
- अल्लाह्हुम्मा आहिलाहू अलय्ना बिल यौमिन वल ईमानी वस सलामती वल इस्लामी रब्बी व् रब्बोकल्लाह.
तर्जुमा: ए अल्लाह! इस चाँद को हमारे लिए नमुदार फरमा खैरो बरकत इमानो सलामती और इस्लाम के साथ मेरा और तेरा परवरदिगार अल्लाह है|
रमजान कब से सुरु है 2022/1443
रमजानुल मुबारक का मुकदस महिना अंग्रेजी महीने के हिसाब से अप्रेल से सुरु होगा अगर रमजान का चाँद 29 को नजर आया तो ये सनीचर का दिन रहेगा यानि सनीचर की शाम को चाँद दिखेगा 2 अप्रेल को और तीन अप्रेल इतिवार के दिन पहला रोजा रहेगा और अगर चाँद 30 अप्रेल को दिखता है तो फिर तीन तारीख इतिवार के दिन चाँद दिखेगा और 4 अप्रेल को पहला रोजा रहेगा लेकिन ज्यादा तर जो उम्मीद यही है की 29 का चाँद होगा 2 अप्रेल सनीचर के दिन और इतिवार के दिन 3 अप्रेल को इंशाल्लाह ताला पहला रोजा रखा जायेगा|
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