Hussain Gareebe Madar | Mohammad Raza Gopalpuri | Noha 2021 | Lyrics
हुसैन ग़रीब-ए-मांदर, हुसैन ग़रीब-ए-मादर...2
ऐ बे कफन हुसैन हुसैन हुसैन
हुसैन ग़रीब-ए-मांदर, हुसैन ग़रीब-ए-मादर
1. कैसा ये अशूर के दिन ज़ुल्म का तूफ़ान उठा
कत्ल सर-ए-कार्बो बला हो गया बे जुर्मो खता
हुसैन हुसैन हुसैन...2
एक बे वतन हुसैन हुसैन हुसैन
हुसैन ग़रीब-ए-मांदर, हुसैन ग़रीब-ए-मादर...2
2. हाय तेरा खुश गला तशना दहानी में काटा
माँ की नज़र के सामने हो गया सर तन से जुदा
हुसैन हुसैन हुसैन...2
तसना दहन हुसैन हुसैन हुसैन
हुसैन ग़रीब-ए-मांदर, हुसैन ग़रीब-ए-मादर...2
3. फातिमा मकतल में खड़ी रो रो यही कहती रही
जहर हसन को था दिया चल गई अब तुझ पे छूरी
हुसैन हुसैन हुसैन...2
बदे हसन हुसैन हुसैन हुसैन
हुसैन ग़रीब-ए-मांदर, हुसैन ग़रीब-ए-मादर...2
4. हाय हुसैन इब्ने अली हाए वो वक्त-ए-बे कसी
जब चली गर्दन पे छूरी हाथो को मल के रह गई
हुसैन हुसैन हुसैन...2
बस बहन हुसैन हुसैन हुसैन
हुसैन ग़रीब-ए-मांदर, हुसैन ग़रीब-ए-मादर...2
5. रन में था जैनब का बयान खुस्ता ए शमशीर सेना तेरे
तेरे बदन का कुर्ता बे ले गए हैं बाद गुमान
हुसैन हुसैन हुसैन...2
उरयन बदन हुसैन हुसैन हुसैन
हुसैन ग़रीब-ए-मांदर, हुसैन ग़रीब-ए-मादर...2
6. क्या क्या सीतम तू ने सहे दीन-ए-इलाही के लिए
उंगली तेरी काटी गई एक अंगूरी के लिए
हुसैन हुसैन हुसैन...2
ऐ खस्ता तन हुसैन हुसैन हुसैन
हुसैन ग़रीब-ए-मांदर, हुसैन ग़रीब-ए-मादर...2
7. बाद-ए-शहादत भी रहा सिलसिला-ए-जुल्म रवा
काट के सर ज़लिमो ने घोडे से पमाल किया
हुसैन हुसैन हुसैन...2
ज़ख्मी बदन हुसैन हुसैन हुसैन
हुसैन ग़रीब-ए-मांदर, हुसैन ग़रीब-ए-मादर...2
8. मारे गए पीर-ओ-जवान अब वो भरा घर है कहां शाम-ए-घरीबन है अयान, खैमो से उठता है धुवां
हुसैन हुसैन हुसैन...2
उजड़ा चमन हुसैन हुसैन हुसैन
हुसैन ग़रीब-ए-मांदर, हुसैन ग़रीब-ए-मादर...2
9. मोजेज़ा फ़र्श-ए-अज़ा देखिए शमशाद ज़रा
हम ही नहीं सदियों से है महवे ग़म शाहे खुदा
हुसैन हुसैन हुसैन...2
चरख-ए-कुहान हुसैन हुसैन हुसैन
हुसैन ग़रीब-ए-मांदर, हुसैन ग़रीब-ए-मादर...2