दिल्ली राजस्थान तुम्हारा या ख्वाजा नात
ये नात पड़ी जा रही है एक तकरीर में जिसमे खेताब फर्माने अल्लामा मौलाना शाकिर साहब तस्तीफ लाए थे और मुजीबुर रहमान साहब और फहीम हाफिज जी ये सभी थे
इस नात को नजाकत अली का पुरवा के हाफिज ते उसने पड़ी बहुत ही खूबसूरत नात पढ़ी गई ये तकरीर पुरुक के बाग में हो रही है । बछंदामऊ का हैं चिचिलिया
नात शरीफ
बोलो दिल्ली राजस्थान तुम्हारा
या ख्वाजा
सारा हिंदुस्तान तुम्हारा
या ख्वाजा
हिन्द में 90 लाख को कलमा परवाया
मेरे ख्वाजा
हिन्द में 90 लाख को कलमा परवाया
मेरे ख्वाजा
मिल्लत पे अहसान तुम्हारा
या ख्वाजा या ख्वाजा
मेरे ख्वाजा
बोलो दिल्ली राजस्थान तुम्हारा
या ख्वाजा या ख्वाजा
सारा हिंदुस्तान तुम्हारा
या ख्वाजा या ख्वाजा
तुम पर फैजान जनाबे उसमा का
तुम पर फैजान जनाबे उसमा का
तुम पर फैजान जनाबे उसमा का
तुम पैर फैजान जनाबे उसमा का
हम पर है अहसान तुहारा
या ख्वाजा
सारा हिंदुस्तान तुम्हारा
या ख्वाजा या ख्वाजा
बोलो दिल्ली राजस्थान तुम्हारा
या ख्वाजा या ख्वाजा
या नबी ये जर्रूर कर देना कब्र को रस्क दूर कर देना और असरा तुमसे है सफा अत का हा ये करम भी जरूर कर देना या नबी ये जरूर कर देना कब्र को रस्क दूर कर देना
रहमते कुल बस अपने गम के सिवा दिल से हर गम को दूर कर देना
या नबी ये जरूर कर देना
नात सरीफ विडियो सुनो कितनी अच्छी नात है