Tera Sehra Na Dekha Lyrics Noha | Best Noha
कुछ सूझता नहीं है
नज़र है धुवां-धुवां
आता नहीं नज़र की है खैमे का दर कहां
फ़िज़ा सहारा दो की निकलती है मेरी जान
लेकर चलो वहा है मेरा नौजवान जहान
आई करीब ए लाशे फरज़ांद जब नुमा
सर पीट पीट करती थी मदर यही बयान
तेरा सेहरा ना देखा-तेरा सेहरा ना देखा
जवान की लाश पे ये बैन करती रह गई मादर
तेरा सेहरा ना देखा-तेरा सेहरा ना देखा
मेरी आंखें के तारे ऐ मेरे प्यारे अली अकबर
तेरा सेहरा ना देखा-तेरा सेहरा ना देखा
दिल ए मदार में 18 बरस से ये तमन्ना थी
मैं अपने हाथों से एक दिन तुझे दूल्हा बनाऊंगी
तेरी दुल्हन को मैं अपने कालेज से लगाऊंगी
जो मन्नत मांगी है मैंने वो मन्नत मै बराऊंगी
मगर क्या थी खबर रूंगी मैं तेरे जनाजे पर
तेरा सेहरा ना देखा-तेरा सेहरा ना देखा
जवान की लाश पे ये बैन करती रह गई मादर
तेरा सेहरा ना देखा तेरा सेहरा ना देखा
बड़े अरमान थे दिल में बहुत कुछ मैंने सोचा था
बालाएं लेके आंखों से लगाऊंगी तेरा सेहरा
तेरी बारात जब घर से चलेगी ऐ मेरे बेटा
तो मैं अब्बास से कहूँगी परचम का करे साया
मगर ना जाने किसने बदनाम नज़र डाली तेरे ऊपर
तेरा सेहरा ना देखा-तेरा सेहरा ना देखा
जवान की लाश पे ये बैन करती रह गई मादर
तेरा सेहरा ना देखा-तेरा सेहरा ना देखा
मुझे परदेस में तकदीर ने ये दिन भी दिखलाया
मैं जिंदा रह गई और मर गया कदियल जवान बेटा
मेरी आँखों से ऐ अकबर दिखायी कुछ नहीं देता
माई देखो भी तो कैसा देखो तेरा चांद सा चेहरा
अरे टूटा है गम का आसमा दुखियारी मादर हैं
तेरा सेहरा ना देखा-तेरा सेहरा ना देखा
जवान की लाश पे ये बैन करती रह गई मादर
तेरा सेहरा ना देखा-तेरा सेहरा ना देखा
कालेजा फट गया मादर का हमें बांध ऐ मेरे जानी
सुना जिस दम की तुमको मरते दम भी ना मिला पानी
बड़े बेराहेम है करबोबला में ज़ुल्म के बानी
किसी ने हय तस्वीरे मोहम्मद भी ना पहचानी
चले ज़लिमोन ने हाय मेरे कल्ब पे खंजर
तेरा सेहरा ना देखा-तेरा सेहरा ना देखा
जवान की लाश पे ये बैन करती रह गई मादर
तेरा सेहरा ना देखा-तेरा सेहरा ना देखा
जवान फरजंद को मां-बाप से खालिक ना छूरवाये
ये मंजिल वो है की दुश्मन की आँखों में भी अस्क़आए किसी का नौजवान बेटा सिना सीना पे ना खाये
ज़ईज़ीफ़ी में जवान बेटे की मैय्यत बाप ना लाए
हमें क़िस्मत ने दिखलाया क़यामत ख़ैज़े ये मंज़र
तेरा सेहरा ना देखा-तेरा सेहरा ना देखा
जवान की लाश पे ये बैन करती रह गई मादर
तेरा सेहरा ना देखा-तेरा सेहरा ना देखा
पदर की बेकसी ऐ लाल देखो तो ज़रा उठा कर
झुके सर बिलख कर रो रहे हैं सिब्ते पैगंबर
सहारा कौन दे आकार नहीं अब मोनिसो यावर
चाचा अब्बास भी होते तो बाजू थामते आकर
तेरे बाबा बहोत रोते हैं ऐ बेटा यही कहकर
तेरा सेहरा ना देखा-तेरा सेहरा ना देखा
जवान की लाश पे ये बैन करती रह गई मादर
तेरा सेहरा ना देखा-तेरा सेहरा ना देखा
शबे आशूर में एक धड़कता ही रहा अकबर
जले शम्मा बेठी थी ये तेरी ग़मज़दा मादर
तेरे गेसु में सुलझती रही रोटी रही शब भर
मेरी नजरें रुकी थी रात भर बस तेरे चेहरे पर
ये दर था हो गया था कल जुदा हो जाओगे दिलबर
तेरा सेहरा ना देखा-तेरा सेहरा ना देखा
जवान की लाश पे ये बैन करती रह गई मादर
तेरा सेहरा ना देखा-तेरा सेहरा ना देखा
तुम्हारे बिन अली अकबर कहीं ना चैन पाउंगी
तड़पती ही रहूंगी उमर भर आंसु बहाउंगी
तुम्हें ऐ युसुफे सानी भला कैसे बुलाऊंगी
समाज में कुछ नहीं आता ये गम कैसे उठाऊंगी
भला कैसे रखूंगी अपने दिल पे ये गम का पत्थर
तेरा सेहरा ना देखा-तेरा सेहरा ना देखा
जवान की लाश पे ये बैन करती रह गई मादर
तेरा सेहरा ना देखा-तेरा सेहरा ना देखा
जवान की लाश पे वैज़ याहिन मादर का नौहा था
मुझे परदेस में मेरी तकदीर ने लूटा
मेरे अरमान मिट्टी में मिले उजड़ी मेरी दुनिया
तेरी शादी की हसरत थी मगर देखा तेरा लासा
ये गम सेहने से पहले मर गई होती तेरी मादर
तेरा सेहरा ना देखा-तेरा सेहरा ना देखा
जवान की लाश पे ये बैन करती रह गई मादर
तेरा सेहरा ना देखा-तेरा सेहरा ना देखा