या हुसैन
हुसैन ने अपना दिल अल्लाह को अता किया
और अल्लाह ने हुसैन को लाखो दिल अता किया
कर्बला कर्बला कर्बला
कर्बला कर्बला कर्बला
इश्क खुदा कर्बला
डर से वफ़ा। कर्बला
रहनुमा..कर्बला
राह ए बका..कर्बला
गम की दवा..
हक का पता...
दीन की सदा..
रब की अता.. कर्बला
सीनो में है कर्बला
ज़हनो में है कर्बला
धरकनो में कर्बला
सांसों में है कर्बला
जो कभी ना जा सका.. कर्बला
हो के जो भी आ गया। कर्बला
सुन सको तो दो दिलों की एक ही सदा है
दिल है कर्बला मैं
दिल में कर्बला है
सोते जागते निगाह में हरमसारा है
दिल है कर्बला माई
दिल में कर्बला है
1. जिंदगी में ऐसा कोई सक्स तो दिखा नहीं
जो ये कह दे कर्बला में मांगा और मिला नहीं
ढूंढते हो तुम कहां, है यहीं पे ला मकान
कर्बला हुसैन की, हुसैन का खुदा है
2) इस क़दर बुलंद ये ज़मीन बे सबब नहीं
तशनालब की सरज़मीन पे कोई तशनलब नहीं
रिज़्क़, इल्म, आगाही, मिल रही है ज़िंदगी
जिस के हाथ कट गए यहां वो बनता है
कर्बला कर्बला कर्बला कर्बला कर्बला कर्बला
इमाम जफर ए सादिक फर्माटे हैं
मोमिनो कर्बला जाया करो
ताकी तुम जन्नत के रास्ते से अंजान ना हो..
3) जायरी का जब शराफ मिला हुसैन अस की कसम
पहली बार कर्बला मैं मैंने जब रखे कदम
कैफियत बताऊं क्या, हाल ए दिल सुनाओं क्या
ऐसा लग रहा था बस यही वतन मेरा है
4)हर नबी को कर्बला दिखाई है खुदा ने
कर्बला की मंजिलत बताई है खुदा ने
ज़ख्म हो या हो क़ज़ा, हर मरज़ की है दावा
सर ज़मीन ए कर्बला की खाक भी शिफा है
5) क़र्ज़ है यही लहू पे और फ़र्ज़ भी यहीं
मजलिस ए हुसैन को है वक्फ सारी जिंदगी
फ़र्श ए घम बिछायें हम, और अलम सजाये हम
बचपने में वालिदैन से यही सुना है
या जेहरा (x4)
अबद वल्लाह या ज़ेहरा
मनिन्सा हुसैना
या जेहरा (x4)
6) वादा सैयदा से जो किया था वो निभाएंगे .. या ज़हरा
आने वाली नसल को भी कर्बला सुनायेगे... या जहरा
इश्क के ये मरहले, तय करेंगे इश्क से
मजलिस ए हुसैन से यही सबक मिला है
7) घर में जो अलम सजा रहे हैं हम.. या हुसैन
मजलिस ए अज़ा करा रहे हैं हम.. या हुसैन
हर बरस ये घम मन रहे हैं हम
नौहे मर्सिए सुना रहे हैं हम
दवा जब किया है तो सबूत भी दिया है
8) ज़ैनब ए हसीन ने क़ैद ए शाम माई यही कहा
मेरा लाल मेरा भाई और मेरा बावफा
सबके लासे हैं वहां, मैं असीर हूं यहां
इसलिए तो हर घड़ी लबो'न पे ये बुका है
9) मीसम और मजहर आबिदी दलील चाहिये
जब जहां जिसे निजात की सबील चाहिए
उसको मशवरा ये दो, विर्ड रात दिन करो
बस यही निजात है अगर तू कह रहा है
दिल है कर्बला मैं
दिल में कर्बला है
हुसैन, या हुसैन, या हुसैन, या हुसैन
करते रहे अहले अज़ा..हुसैन
लब पे रहे ज़िक्र तेरा.. हुसैन
तुझसे से करैन युहीं वफ़ा
तेरे अज़ादार सदा..
हुसैन
या हुसैन या हुसैन या हुसैन
हुसैन तेरे लिए....
अकीदा बस ये कहे.. हुसैन तेरे लिए
सदा ये दिल से उठे..हुसैन तेरे लिए
ये हाथ खल्क हुए..हुसैन तेरे लिए
ये दिल धड़कता रहे..हुसैन तेरे लिए